आज अम्बाला छावनी में आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर की अगुवाई में एक अनूठी ‘खड्डा-यात्रा’ आरंभ की गई।यह पहली ‘खड्डा- यात्रा’ अम्बाला छावनी के महेश नगर से बब्याल तक टूटी हुई सड़को को दुरुस्त करने व सरकार को जगाने के लिए निकाली गई।
इस अवसर पर स्थानीय लोगो द्वारा ढोल-ताशे बजवाये गए और गड्ढों में फूल डाले गए इस उम्मीद से कि शायद सोई हुई भाजपा सरकार और प्रशासन के कानों पर जू रेंग जाए, वो लोगों की वायदा की तरफ जागरूक हो जाए। ‘खड्डा- यात्रा’ का अनेकों जगह स्थानीय लोगों द्वारा फूल-मालाओं से स्वागत किया गया।
इस खड्डा यात्रा में सरकार जगाओ सड़के बनवाओ के नारे भी गूंजे। भाजपा सरकार के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। चित्रा ने कहा की आज प्रदेश में भाजपा की सरकार बने लगभग 9 वर्ष से ज्यादा होने को जा रहे है पर अम्बाला छावनी में इस दौरान कथित लाखों- करोड़ों लगने के बाद भी हकीकत है कि लोगों को चलने के लिए एक अच्छी सड़क नही दे पायी सरकार या प्रशासन ।
उन्होंने कहा आज अनेको बुजुर्गों को इन खड्डों की वजह से दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। लोगों के स्कूटर,गाडियों और पीठ का नुकसान अब एक दुखद और हास्यप्रद बात बन गई है।
9 सालों से अम्बाला की सड़कें बन रही हैं पर पूरी आज तक नहीं हुई। टेन्डर पर टेन्डर चल रहे हैं पर पैसा जा कहां रहा है,कोई रिजल्ट नहीं दिख रहा। एक सड़क से अगर आप सुबह काम पर निकले हो तो ये भी नही पता की वो शाम को खुली मिलेगी भी या नही।
आज अम्बाला छावनी की एक भी सड़क साबुत नही है। रामबाग रोड से लेकर सदर बाजार चौक तक की बात की जाए तो कुल 61 खड्डे है जिनसे होकर लोगो को रोजाना गुजरना पड़ता है।
चित्रा ने कहा की चुनाव से पहले व चुनाव के बाद भी अम्बाला छावनी के लोगो को अम्बाला छावनी को सिंगापुर व चंडीगढ़ की तर्ज पर विकसित करने का दावा किया गया था और सपने दिखाकर कहा गया था कि अम्बाला छावनी में ऐसी व्यवस्था की जाएगी की देशों विदेशों की जनता इसे आकर देखेंगी। लेकिन आज अम्बाला छावनी की सड़कों की हालत कैसी है कि अम्बाला छावनी की जनता ही खून के आंसू रो रही है।