नई दिल्ली/समृद्धि पराशर: भाजपा का अगला मिशन 2024 लोकसभा चुनाव है और इसके लिए पार्टी अभी से तैयारियों में जुट गई है। पार्टी में राजनीतिक बैठकों और रणनीतियों पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। ऐसी खबरें हैं कि पार्टी में सरकार से संगठन तक कई बड़े बदलाव होने की तैयारी चल रही है। भोपाल से पार्टी कार्यकर्ताओं को लोकसभा के चुनावी मुद्दों का संकेत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दे चुके हैं।
भाजपा का अगला मिशन 2024 लोकसभा चुनाव है और इसके लिए पार्टी अभी से तैयारियों में जुट गई है। पार्टी में राजनीतिक बैठकों और रणनीतियों पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। ऐसी खबरें हैं कि पार्टी में सरकार से संगठन तक कई बड़े बदलाव होने की तैयारी चल रही है। दो दिन पहले भोपाल से पार्टी कार्यकर्ताओं को लोकसभा के चुनावी मुद्दों का संकेत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दे चुके हैं। अब चुनाव के लिए पार्टी और सरकार को नया कलेवर देने की कोशिश भी शुरू हो गई है।
अगले हफ्ते होगी मंत्रिपरिषद की बैठक
बुधवार की देर रात प्रधानमंत्री ने गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ लंबी बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर पर चर्चा की। लोकसभा चुनाव में अब महज नौ-दस महीने के वक्त शेष है। ऐसे में प्रधानमंत्री की बैठक को चुनावी तैयारियों से ही जोड़कर देखा जा रहा है। अब तक की सूचना के अनुसार जो जानकारी आ रही है उसके तहत कुछ कार्यक्रम भी ऐसे हैं जो इन अटकलों को पुष्ट करते हैं। प्रधानमंत्री तीन जुलाई को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक करने वाले हैं। हालांकि, वह अक्सर ऐसी बैठकें करते हैं लेकिन इस बार बैठक में मंत्रियों को चुनावी मंत्र दिए जाएंगे।
कैबिनेट में नए चेहरे जुड़ने की संभावना
दूसरे दिन चार जुलाई को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भाजपा सांसदों की बैठक ले सकते हैं। प्रधानमंत्री खुद दो दिन पहले मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में अलग-अलग राज्यों से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित कर चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, बुधवार की बैठक के बाद संगठन और सरकार में बदलाव की भी तैयारी हो गई है। जुलाई के तीसरे सप्ताह में मानसून सत्र शुरू हो सकता है। माना जा रहा है कि उससे पहले ही केंद्रीय कैबिनेट में कुछ नए चेहरे जुड़ सकते हैं और सरकार के कुछ मंत्री संगठन में भेजे जा सकते हैं। राज्यों से कुछ ऐसे चेहरे भी केंद्रीय संगठन में लाए जा सकते हैं।
वहीं, पार्टी अगले महीने देश को तीन हिस्सों में बांटकर प्रदेश के नेताओं की बैठक भी करेगी। बताया जाता है कि छह जुलाई को गुवाहाटी में पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के नेताओं की बैठक होगी, जिसमें केंद्र से कुछ बड़े नेता मौजूद होंगे। इस बैठक में पूरे क्षेत्र की रिपोर्ट पर चर्चा होगी। दूसरे दिन दिल्ली में उत्तरी राज्यों की बैठक होगी और तीसरे दिन आठ जुलाई को हैदराबाद में दक्षिण के राज्यों की बैठक होगी। महाराष्ट्र और गुजरात भी इसमें शामिल होगा
पार्टी के एक नेता के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश और नीचे के स्तर तक कई बदलाव हो सकते हैं। युवाओं की भागीदारी बढ़ेगी। ध्यान रहे कि मोदी मंत्रिमंडल में पिछली बार बड़ा फेरबदल किया गया था और उसमें सामाजिक न्याय की ज्यादा झलक थी। जबकि जेपी नड्डा ने संगठन में 80 प्रतिशत तक बदलाव कर क्षेत्रीय संतुलन को साधा था।