करनाल/समृद्धि पराशर: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और ग्रामोदय न्यास के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा है कि भारत में जम्मू कश्मीर के संपूर्ण संवैधानिक अधिमिलन के लिए संघर्ष प्रारंभ कर जम्मू कश्मीर की धरती पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। यही जनसंघ आगे चलकर 1980 में भारतीय जनता पार्टी बना। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को गर्व है कि केंद्र की भाजपा नीत मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को समाप्त कर स्वर्गीय डॉ. मुखर्जी के अधूरे मिशन को पूरा कर दिया है। आज भारत का संविधान अपनी संपूर्णता में जम्मू कश्मीर और लद्दाख पर लागू होता है। डॉ. चौहान स्वर्गीय डॉक्टर श्यामा मुखर्जी के बलिदान दिवस के उपलक्ष में पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे थे।
डॉ.वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि आजादी के समय जम्मू कश्मीर के तत्कालीन महाराजा हरि सिंह ने अपनी पूरी रियासत का भारतवर्ष में अधिमिलन ( एक्सेशन ) ठीक उसी तरह किया था जैसे साड़ी 500 से अधिक अन्य रजवाड़ों ने। मगर तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और वहां के मुस्लिम परस्त राजनेता शेख अब्दुल्ला की दोस्ती ने देश के संविधान में अनुच्छेद 370 नामक काला उपबंध जुड़वा दिया।
भाजपा प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि कई मायनों में 370 से ज्यादा घातक अनुच्छेद 35-ए था जिसे संविधान का हिस्सा बनाने के लिए देसी भारत की संसद की अनुमति भी नहीं ली गई थी। इन दोनों प्रावधानों के कारण जम्मू कश्मीर राज्य मैं भारत का पूरा संविधान लागू नहीं हो सकता था। वहां के लाखों की संख्या में अनुसूचित जाति के लोग सफाई कर्मचारी के अलावा दूसरा काम करने के लिए स्वतंत्र नहीं थे। देश के अन्य हिस्सों के लोग इस राज्य में संपत्ति खरीदने से भी वंचित थेऔर तो और जम्मू कश्मीर का अपना अलग संविधान ,निशान ( झंडा) व प्रधान कायम रहा।
उन्होंने कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अगुवाई में ‘एक देश में एक विधान, एक निशान और एक प्रधान’ के नारे के साथ जो आंदोलन शुरू हुआ, उसके तहत स्वर्गीय डॉ. मुखर्जी परमिट व्यवस्था का उल्लंघन कर तत्कालीन जम्मू कश्मीर में दाखिल हुए थे। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और हिरासत में रहस्यमई परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। चौहान ने कहा जम्मू कश्मीर के लिए प्राण गंवाने वाले डॉ. मुखर्जी का सपना नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की संपूर्ण बहुमत वाली सरकार ने एक झटके में पूरा कर डाला।
विपक्ष का हाथ अलगाव के साथ
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि बिहार के पटना में गत दिवस हुई मोदी विरोधी राजनीतिक दलों की बैठक भारत विरोधी तत्वों का जमावड़ा साबित हुई है। इस बैठक में जम्मू कश्मीर के अलगाववादी राजनीतिक दल एक बार फिर धारा 370 दोबारा लागू करने की मांग करते सुनाई दिए।
पीडीपी की महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला द्वारा प्रस्तावित ‘ठग-बंधन’ में शामिल होने की यही शर्त लगाई गई है। कांग्रेस पार्टी दिखाई नेता 370 नाम के काले प्रावधान को फिर बहाल करने की बात कर चुके हैं। चौहान ने कहा कि भारत की जनता पार्टी कि सरकार द्वारा हटाया गया 370 अनुच्छेद बहाल करने की बात करने वालों को भारत की जनता कभी सत्ता के आसपास भी नहीं फटकने देगी। कांग्रेस और उसके साथी अगर मुफ्ती और अब्दुल्ला की देश विरोधी मांग को मानेंगे तो वे अपने हाथों अपनी राजनीतिक कब्र खोदने का काम करेंगे।