हरियाणा/भव्या नारंग: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति बाढ़ या ज्यादा बारिश के कारण आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए मकान की व्यक्तिगत जांच करवाना चाहता है तो एसडीएम को लिखित में एक माह में रिपोर्ट दे सकता है। उसी के अनुसार सर्वे करवा दिया जायेगा।

डिप्टी सीएम आज यहां हरियाणा विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान सदन के एक सदस्य द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि बाढ़ के दौरान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए प्रत्येक घर का मुआवजा मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख रुपए तथा पहाड़ी क्षेत्र में 1.30 लाख सरकार द्वारा दिया जाता है।

उन्होंने यह भी बताया कि कोई छप्पर या झोपड़ी आदि  के नष्ट होने पर 8000 रुपए तथा घर से जुड़ा पशु शैड क्षतिग्रस्त होने पर 3000 रुपए मुआवजे के तौर पर सरकार द्वारा दिए जाते हैं।

दुष्यंत चौटाला ने प्रश्न के उत्तर में आगे जानकारी दी कि सोनीपत जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार तहसील गोहाना के बरोदा विधानसभा क्षेत्र में 22 आवासीय मकान तथा एक पशु शेड क्षतिग्रस्त हुआ है।

उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त मकानों के सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुआवजे का वितरण किया जाएगा।

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