करनाल/समृद्धि पराशर: नवीन जयहिंद पक्ष व विपक्ष के नेताओं पर हमलावर दिखे और उन्होंने मुख्यमंत्री कहा कि पक्ष व विपक्ष के नेताओं ने जो बाढ़ टूरिस्म चला रखा है, यह नहीं चलना चाहिए। क्योंकि पहले ये नेता कभी नहीं दिखे ओर अब चुनाव नजदीक है तो कुकरमूतों की तरह ट्रैक्टरों व नाव पर बैठकर घूम रहे है। ये नवीन जयहिंद ने 13 जुलाई को करनाल में प्रेसवार्ता करते हुए कही।
बताया कि यह कांवड़ यात्रा इस सरकार को सद्बुद्धि मिले व हमे इस सरकार से लड़ने की शक्ति पाने के लिए है।
नवीन जयहिंद ने सावन के पहले सोमवार को अनेक भोले के भक्तोन के साथ हरिद्वार हर की पौड़ी से बेरोजगार रांडे कांवड़ उठाकर यमुनानगर, कुरुक्षेत्र होते हुए करनाल व घरौंडा पहुंचे। करनाल में उन्होंने बताया कि यह कांवड़ यात्रा इस सरकार को सद्बुद्धि मिले व हमे इस सरकार से लड़ने की शक्ति पाने के लिए है। जयहिन्द ने कहा कि इस स्थिति में सरकार व मुख्यमंत्री को ये दो काम करने चाहिए थे।
एक तो हरियाणा से बहुत वोलिएंटेर फोर्स है, हरियाणा पुलिस व स्वास्थ्य विभाग में बहुत सी वैकेन्सी खाली है उनको भरें और जिन लोगों को तैरना आता है उनको घर बैठने के लिए ना कहे। बल्कि अलग-अलग जगह उनकी मदद लेनी चाहिए। जयहिन्द ने कहा कि जयहिन्द सेना की तरफ से हम 1 एक लाख रुपए व जो वोलिएंटेर फोर्स सरकार मांगेगी हम उसके लिए भी तैयार है।
दूसरा सरकार को बाढ़ राहत कोष बनाना चाहिए और तुरंत लोगो तक मदद पहुंचनी चाहिए। जिसमे सबसे पहले मुख़्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अपनी एक साल की तनख्वाह व पेंशन उसमे डाल कर शुरआत करें ओर फिर सभी मंत्री, MP, MLA जो पूर्व है व जो वर्तमान में है सबको डालनी चाहिए। तब लगेगा कि ये लोगो के लिए कुछ कर रहे है क्योंकि सिर्फ बातों से पेट नही भरता।
जब जयहिन्द कांवड़ यात्रा लेकर करनाल से निकल रहे थे तब करनाल में धरने पर बैठे लिपिक वर्क(क्लर्क) ने जयहिन्द को रोका और बातचीत की। जयहिन्द ने बताया कि हम पूरे तन-मन-धन के साथ आपकी मांगो के समर्थन में है, रोहतक में भी हम धरने पर बैठे लिपिक वर्ग(क्लर्क) को सोटा भेंट करके आए थे, जिस सोटे की वजह से खेल कोटा, बुढापा पेंशन व अन्य कई समस्याओं का समाधान हुआ था।
जयहिन्द ने बताया कि आज जिस तरह से प्रदेश में बाढ़ आई हुई है, यह भ्रष्टाचार की बाढ़ है। क्योंकि जी सरकार द्वारा जो सीवरेज सिस्टम व जल निकासी के सिस्टम बनाए गए है उनमें करोड़ो अरबो रुपयों का भ्र्ष्टाचार किया गया है। और जिस तरह से इन विधयकों को पीटा जा रहा है उस पर जयहिन्द ने जनता से अपील करते हुए कहा कि इनको थप्पड़ व पत्थर मारने की जरूरत नही है, बल्कि जिस भी सरकार के आदमी ने या किसी विपक्ष के आदमी ने जिसने आपकी आवाज नही उठाई उनके लिए जूते, चप्पलों की माला तैयार रखो।
साथ ही जयहिन्द ने मुख़्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि जहां भी सरकार के आदमी लोगो से मिलने जा रहे है मुख़्यमंत्री उनके लिए एक लोहे का हेलमेट बनवा कर दें, क्योंकि लोग बड़े गुस्से में है।
जयहिन्द ने कहा अकेले करनाल में ही सौ से ज्यादा गांव डूबे हुए है। जब हम यमुनानगर से आये मैंने यमुना नदी का रुद्र रूप देखा है कि यमुनानगर व सैकड़ो गांव किस तरह से डूबे हुए है। उसके बाद हम अम्बाला होते हुए आए वहां के हालात भी बहुत खराब है। आदमी तो अपनी जान बचा सकता है लेकिन बिचारे जानवर मर रहे है।
यह सब इंसान द्वारा प्रकृति के साथ किये गए शोषण के खिलाफ प्रकृति की बगावत है जिसकी वजह से आज ये हालात पैदा हुए है। मैं प्रार्थना करूंगा कि भगवान भोलेनाथ उनकी रक्षा करें।
नवीन जयहिंद ने कहा कि सभी भोले के भक्त वीरवार 13 जुलाई की रात सीधा पानीपत पहुंचेंगे। पानीपत से सोनीपत व गोहाना होते हुए रोहतक पहुंचेगे। पूरे हरियाणा वासियों व देशवासियों के मंगलमय जीवन के लिए यह कांवड़ यात्रा है। साथ ही जयहिन्द ने लाखों भोले के भक्त जो कांवड़ ला रहे है उनको भी शुभकामनाएं दी और सन्देश देते हुए कहा कि सभी बड़े प्यार-प्रेम व सावधानी पूर्वक कांवड़ लाएं। जयहिन्द ने बताया कि इस कांवड़ यात्रा का मकसद यह है कि जो हरियाणा में जनता परेशान है उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। भगवान भोलेनाथ सरकार को सद्बुद्धि दे व हमे इस सरलार से लड़ने की शक्ति दे। यह सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने की बजाय रांडा बनाना चाह रही है।
जयहिन्द का कहना है कि हमने पहले भी बेरोजगारी व नशे के खिलाफ कावंड़ निकली है तो इस बार भी हम इन निम्नलिखित मुद्दों को लेकर कावंड़ यात्रा निकाल रहे है।