राजस्थान/कीर्ति कथूरिया : ज्योति मिर्धा और सवाई सिंह चौधरी का बीजेपी में शामिल होना राजस्थान की राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा परिवर्तन ला सकता है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक बड़ा झटका हो सकता है, खासकर जब उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी करते हुए एक मजबूत प्रतिद्वंदी से सामना करना हो।
ज्योति मिर्धा की जाट समुदाय में मजबूत पकड़ होने के कारण बीजेपी के लिए यह एक स्ट्रेटेजिक मूव साबित हो सकता है। ज्योति का बीजेपी में शामिल होना इस पार्टी के लिए जाट समुदाय के वोट बैंक में बढ़ोतरी कर सकता है।
सवाई सिंह चौधरी का बीजेपी में आना भी पार्टी के लिए एक प्लस पॉइंट है, जो खासकर उनके आईपीएस बैकग्राउंड को देखते हुए पार्टी के लिए सुरक्षा और प्रशासनिक मुद्दों पर एक मजबूत स्टैंड प्रस्तुत कर सकता है।
अगर बीजेपी ज्योति मिर्धा को नागौर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाती है, तो यह उनके लिए एक मजबूत चेहरा साबित हो सकता है, खासकर जब हनुमान बेनीवाल के साथ उनका गठबंधन टूट चुका है।
इस घटना को देखते हुए, राजस्थान की राजनीतिक रैंकिंग में बड़ा परिवर्तन हो सकता है, और यह चुनावी मौसम में दोनों प्रमुख पार्टियों के लिए चुनौतिपूर्ण हो सकता है। इससे पार्टी रणनीतियों में भी बड़े बदलाव हो सकते हैं।