दिल्ली के जिस रामलीला मैदान से एक दशक पहले अरविंद केजरीवाल ने देश में एक नई राजनीति की शुरूआत की, रविवार को उसी मैदान से उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने 140 करोड़ भारतवासियों से मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।
उन्होंने देशवासियों से कहा कि देश के अंदर यह तानाशाही नहीं चलने देंगे। हम सभी एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने दिल्लीवालों से कहा कि आपके केजरीवाल शेर हैं। वो देश के करोड़ों लोगों के दिल में बसते हैं। ये लोग ज्यादा दिन तक उनको जेल में नहीं रख पाएंगे।
इस दौरान रामलीला मैदान में उमड़े जन सैलाब ने सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े होने का भरोसा दिया और बुलंद आवाज में कहा कि अरविंद केजरीवाल को जेल में डालकर मोदी जी ने अच्छा नहीं किया। केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए।
रामलीला मैदान में आयोजित इंडिया की महारैली में सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने जनता से पूछा कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने मेरे पति को जेल में डाल दिया, क्या प्रधानमंत्री जी ने सही किया?
क्या आप सब मानते हैं कि केजरीवाल जी एक सच्चे देशभक्त और ईमानदार इंसान हैं। ये भाजपा वाले कह रहे हैं कि केजरीवाल जी जेल में हैं। इन्हें इस्तीफा देना चाहिए, क्या केजरीवाल जी को इस्तीफा देना चाहिए?
इस पर पूरा रामलीला मैदान से एक ही आवाज आई कि केजरीवाल जी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए। जनता का समर्थन मिलने से उत्साहित सुनीता केजरीवाल ने आगे कहा कि इन्होंने केजरीवाल जी को गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि आपके केजरीवाल शेर हैं, ये लोग ज्यादा दिन तक उनको जेल में नहीं रख पाएंगे। केजरीवाल देश के करोड़ों लोगों के दिल में बसते हैं। जिस बहादुरी और साहस केजरीवाल जी देश के लिए लड़ रहे हैं।
यह देखकर कई बार मुझे लगता है कि आजादी की लड़ाई में वो एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जो देश के लिए लड़ते-लड़ते शहीद हो गए। भगवान ने इस जन्म में भी केजरीवाल जी को शायद भारत मां के लिए संघर्ष करने को भेजा है।
सुनीता केजरीवाल ने मंच से कहा कि मेरे पति को दिल्ली और देश की जनता का भरपूर प्यार मिल रहा है। यह आशीर्वाद बनाए रखना। भारत में यह तानाशाही नहीं चलेगी। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में आप सभी हमारे साथ हैं।
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान ने कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। इनको यह लगता है कि ये डंडे से देश चला लेंगे तो यह देश किसी के बाप की जागीर नहीं है। यह 140 करोड़ लोगों का देश है। हम इनसे डरने-झुकने और टूटने वाले नहीं हैं।
यह आजादी हमें शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, मदन लाल ढींगरा, करतार सिंह सराभा, चंद्रशेखर जैसे हजारों युवाओं ने अपनी जवानी में गले में फांसी के रस्से लटका कर दी है। ये किसी को भी जेल में डाल दे रहे हैं। स्कूल-अस्पताल बनाने वाले को अंदर कर दे रहे हैं।
कांग्रेस के खाते फ्री कर दिए। क्या ये ऐसे लोकसभा चुनाव जीत लेंगे? ये लोग अपने आप को समझ क्या रहे हैं। इन्होने फर्जी केस करके दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड के सीएम हेमंत सोरन को अंदर कर दिया।
किसी के घर ईडी भेज दे रहे हैं। किसी घर छीन ले रहे हैं। क्या ये लोग इन घरों के मालिक हैं। इन घर की मालिक देश की 140 करोड़ जनता है। किसी को कोई पता नहीं कि जनता को किसे सत्ता तक पहुंचाना है। ये लोग गलतफहमी में हैं।