करनाल/कीर्ति कथूरिया : पूर्व मुुख्यमंत्री मनोहर लाल के अध्यापक संवाद कार्यक्रम का विरोध करने पहुंचे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस नेताओं की अगुवाई जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह कर रहे थे।
उन्हें पुलिस जबरन थाने ले गई और लगभग 20 कांग्रेस नेताओं को बस में बैठा कर यूपी बॉर्डर पर छोड़ा गया। त्रिलोचन सिंह ने कहा कि पूर्व सीएम मनोहर लाल का अध्यापक संवाद कार्यक्रम चुनाव आयोग के नियमों को ताक पर रख कर किया गया। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद इस तरह के कार्यक्रम नहीं किए जा सकते।
मनोहर लाल को इस बाबत मिलने के लिए ही मंगलसेन ऑडिटोरियम पहुंचे थे, जहां कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने जबरदस्ती बाहर निकाला और गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम ने स्वयं स्कूलों से अध्यापकों को आमंत्रित किया। इन स्कूलों में वोटिंग के लिए बूथों की व्यवस्था होती है।
आरोप लगाया कि बूथों को प्रभावित करने और अध्यापकों को लालच देने के लिए मनोहर लाल ने अध्यापक संवाद कार्यक्रम रखा। मनोहर लाल ने अध्यापकों को चाय पीने के लिए भी रोका, ऐसा करके उन्होंने वोट के लिए लालच देने वाला काम किया। त्रिलोचन सिंह ने कहा कि गत दिवस असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर अध्यापक संवाद कार्यक्रम का विरोध किया था।
निर्वाचन अधिकारी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो कांग्रेस नेताओं को आज विरोध करने के लिए मजबूर होना पड़ा। कांग्रेस नेता उमेश पांडे ने सिविल लाइन थाने में प्रभारी प्रदीप मान को कांग्रेस नेताओं से मिलने के लिए भेजा। इस दौरान ललित अरोड़ा, रानी कांबोज, अंशुल लाठर व पराग गाबा ने पूर्व सीएम मनोहर लाल अपने पदों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
उन्हें करनाल की जनता सबक सिखाएगी। इस अवसर पर ललित अरोड़ा, रानी कांबोज, अंशुल लाठर, पराग गाबा, रोहित जोशी, दया प्रकाश, टिंकू वर्मा, राजिंद्र अरोड़ा, पवन शर्मा, परमजीत भारद्वाज विनोद शर्मा, निम्मी सलमानी, नीरज निर्मल, प्रेम मलवानिया, एडवोकेट अमनदीप सिंह, सर्वजीत नडाना, अनिल शर्मा, रामधारी, सुनेहरा वाल्मीकि, गगन मेहता, दलबीर सिंह, राजपाल तंवर, होशियार सिंह, रमेश जोगी व जिलेराम वाल्मीकि आदि मौजूद रहे।