करनाल/समृद्धि पराशर: अखिल भारतीय कांग्रेस किसान सेल के राष्ट्रीय संयोजक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य व हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के पूर्व सदस्य ललित बुटाना ने कहा कि हरियाणा में रोड बिरादरी को प्रतिनिधित्व देने के लिए कम से कम एक संसदीय क्षेत्र और दस विधानसभा क्षेत्रों में एक रोड बिरादरी को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका 40 साल पुराना राजनीतिक करियर है।
वह कांग्रेस के प्रति हमेशा सर्मपित रहे है। इसलिए एक संसदीय क्षेत्र करनाल पर उनकी दावेदारी बनती है। यदि कांग्रेस आला कमान उन्हें टिकट देता है तो कम से कम 10 सीटों पर जिनमें तीन कुरुक्षेत्र की और 7 करनाल की सीटों पर कांग्रेस की जीत का मार्ग प्रशस्त होगा। वह आज अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उनका परिवार कई सालों से राजनीति में सक्रिय है। उनके पिता कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता रहे। वे अपने समय में विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे।
उसके बाद उन्हें राजनीतिक विरासत मिली। उनके पिता स्व. चंदा सिंह भी कांग्रेस को मजबूत करने के लिए जिंदगी भर कांग्रेस को समर्पित रहे। ललित बुटाना ने कहा कि कांग्रेस में वह छात्र जीवन से ही एन.एस.यू.आई से लेकर युवा कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे। वह कांग्रेस राज में 7 साल तक हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के सदस्य भी रहे। उनका राजनीतिक अनुभव यहां के दावेदार राजनेताओं के अपेक्षा काफी अधिक है।
इस मौके पर उनकी दावेदारी का समर्थन पी.सी.सी मेंबर इंद्रजीत सिंह गोराया, पी.सी.सी मेंबर राजेन्द्र बल्ला, कांग्रेस नेता ओमप्रकाश सलूजा, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव नाहर सिंह संधू, डा. मुनीश परवेज राणा तथा अन्य उपस्थित नेताओं ने किया। इस अवसर पर ललित बुटाना ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने उनकी बात को ध्यान से सुना और उनसे जातिगत आंकड़े मांगे। इस पर उन्होंने कहा कि वह जल्द ही दावेदारी के समर्थन में कांग्रेस आलाकमान को कई महत्वपूर्ण तथ्य सौंपेेगे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्व. चंदा सिंह विचार मंच द्वारा पूर्व मंत्री चंदा सिंह की स्मृति में 21 अक्तूबर को जाट भवन में एक सभा का आयोजन किया जाएगा। जिसकी तैयारियां जोरों पर है। इस अवसर पर पी.सी.सी मेंबर इंद्रजीत सिंह गोराया, ओम प्रकाश सलूजा, पी.सी.सी मेंबर राजेन्द्र बल्ला, प्रदेश महासचिव नाहर सिंह संधू, पूर्व प्रदेश सचिव डा. मुनीश परवेज राणा, कांग्रेस नेता अरूण पंजाबी, जीत राम कश्यप, दलबीर वाल्मीकि, सुनील बसताडा, पंकज पुनिया, पंकज शर्मा, मेघराज, जोगिन्द्र सिंह, राजेश पधाना, राजकिरण सहगल, धर्मबीर सहगल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।