करनाल/कीर्ति कथूरिया : सुमिता सिंह पूर्व विधायक करनाल ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसान हितैषी होने का दावा कर रही है। प्रदेश का धान उत्पादक किसान दोहरी मार झेल रहा है एक तरफ सुंडियों के प्रकोप के कारण धान में कई बार दवाइयों का स्प्रे करवा रहा है।
दूसरी तरफ जिले में अफसर पैडी पॉलिसी आने का इंतजार कर रहे हैं। धान की सरकारी खरीद से करीब 1 महीने पहले यह प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए थी। जो हालात हैं उसे देखकर नहीं लगता कि धान की सरकारी खरीद समय पर शुरू हो पाएगी।
इस बार अधिकतर किसानों ने पी. आर. 26 किस्म का धान लगाया है क्योंकि पी. आर. 14 में पिछले साल बीमारी लग गई थी इसके पकाव की तिथि 10 से 15 सितंबर है लेकिन हरियाणा सरकार ने धान की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू करने की योजना है सुमिता सिंह ने सरकार से पहले भी अपील की थी राज्य में इस धान की खरीद 15 सितंबर से शुरू कराई जानी चाहिए।
सुमिता सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार एम. एस. पी. से भाग रही है अभी तक पैडी पॉलिसी जारी नहीं करना गलत है किसान सरकार की मंशा समझ चुके हैं मंडी में पी. आर .26 की आवक शुरू होने से पहले धान के सरकारी खरीद की प्रक्रिया पूरी कर लेनी चाहिए थी उन्होंने कहा कि पैडी पॉलिसी अभी तक जारी नहीं की गई ।
पैडी पॉलिसी आने के बाद ही राइस मिलर का रजिस्ट्रेशन शुरू होगा इससे साफ है कि सरकार की नीति व नीयत में खोट है किसानों का पी . आर .26 धान खरीद मंडी में ₹1600 क्विंटल तक पिट रही है।
इसके साथ नमी की अधिकता हो सकती है इसलिए सरकार को धान की नमी का मानक 17 से बढ़कर 19 से 20% किया जाना चाहिए अन्यथा पहले ही बाढ़ आदि से किसान परेशान है धान समय से नहीं बिका तो फिर उसे भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है इसके साथ हीआरितियो व श्रमिकों को भी नुकसान होगा।