हरियाणा बाल कल्याण विकास विभाग की उपाध्यक्ष सुमन सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर लाडवा विधानसभा के हर शिकायतकर्ता की शिकायत पर संज्ञान लेकर उनका समाधान करवाया जाएगा।

लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं और जो शिकायतें प्रदेश स्तर की हैं उनको चंडीगढ़ लेकर जाया जाएगा। जहां पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं आलाधिकारियों को समस्याएं हल करने के निर्देश देंगे। हलका के लोगों की हर समस्या का निदान करवाना ही सरकार की प्राथमिकता है।

हरियाणा बाल कल्याण विकास विभाग की उपाध्यक्ष सुमन सैनी मंगलवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस लाडवा में आयोजित खुला दरबार में विधानसभा के लोगों की शिकायतों को सुन रहीं थी।

नपा चेयरमैन साक्षी खुराना ने रेस्ट हाउस में पहुंचने पर हरियाणा बाल कल्याण विकास विभाग की उपाध्यक्ष सुमन सैनी का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। हरियाणा बाल कल्याण विकास विभाग की उपाध्यक्ष सुमन सैनी ने रेस्ट हाउस में एक-एक करके शिकायतकर्ताओं को बुलाकर उनकी समस्याओं को सुना और समाधान के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए गए।

हरियाणा बाल कल्याण विकास विभाग की उपाध्यक्ष सुमन सैनी ने कहा कि लाडवा विधानसभा के लोगों को अपनी शिकायतें लेकर चंडीगढ़ पहुंचकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बतानी पड़ती थी। जिसमें उनका समय और पैसा दोनों ही लगते थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी लाडवा विधानसभा के विधायक भी हैं।

उन्होंने हलके की जनता की इस समस्या को देखते हुए सबसे पहले सप्ताह में दो दिन लाडवा में ही खुला दरबार लगाए जाने की व्यवस्था की, ताकि हल्का वासियों को शिकायत के समाधान के लिए चंडीगढ़ ना जाना पड़े। अब प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को हल्का के लोग अपनी समस्याएं खुला दरबार में पहुंचकर सुना सकते हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेश पर ही आज खुला दरबार का आयोजन किया गया है।

उन्होंने कहा कि खुले दरबार में आने वाली हर शिकायत का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। विधानसभा के अधिकतर लोगों की शिकायत गली-नाली और पेंशन सहित अन्य प्रकार की आ रही हैं। मौके पर ही अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए जा रहे हैं।

अधिकारी भी खुले दरबार में आने वाली शिकायतों को समयबद्ध तरीके से हल करना सुनिश्चित करें, ताकि लोगों को एक ही समस्या का समाधान करवाने के लिए दोबारा चक्कर ना लगाना पड़े। जिन शिकायतों का लेवल उपमंडल स्तर के अधिकारी का नहीं है, उन्हें चंडीगढ़ हेड कार्यालयों में भेजा जाता है।

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