थानेसर के विधायक एवं पूर्व मँत्री अशोक अरोड़ा ने कुरुक्षेत्र का बाईपास शीघ्र बनने के दावे की पोल खोलते हुए कहा कि 2041 के मास्टर प्लान में बाईपास का जिक्र तक नही है। जबकि हरियाणा के मुख्यमँत्री नायब सैनी सहित अनेक भाजपा नेता यह दावा कर रहे हैं कि बाईपास का डीपीआर बन चुका है और शीघ्र ही कुरुक्षेत्र को बाईपास मिलेगा। वे केडीबी रोड स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे। इस मौके पर उनके साथ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मायाराम चंद्रभानपुरा, इंप्रुवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा, नगर पार्षद परमवीर सिंह प्रिंस, नगर पार्षद राजेंद्र सैनी व पवन चौधरी भी उपस्थित थे।
पत्रकार वार्ता में अशोक अरोड़ा ने खुलासा किया कि 9 जुलाई को प्लानिंग कमेटी की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक डीसी की अध्यक्षता में हुई जिसमें कुरुक्षेत्र के मास्टर प्लान पर चर्चा हुई। बैठक में जो मास्टर प्लान रखा गया उसमें कुरुक्षेत्र के प्रस्तावित रिंग रोड को उस स्थान पर दिखाया गया है जहां पर आबादी हो चुकी है और अनेक वैध तथा अवैध कॉलोलियां भी बस चुकी हैं।
इस स्थान पर रिंग रोड बनना आज भी संभव नही है और 2041 में तो कुरुक्षेत्र की शहरी आबादी डेढ गुना होकर साढे दस लाख के करीब हो जाएगी। अरोड़ा ने बताया कि उन्होने बैठक में सुझाव रखा कि रिंग रोड को शहर के ऊपर लगभग 7-8 किलोमीटर दूर बनाना प्रस्तावित किया जाए। अधिकारियों ने उनके इस सुझाव पर सहमति जताते हुए दोबारा ड्राफ्टट करने का आश्वासन दिया है। अरोड़ा ने बताया कि जब बाईपास की चर्चा आई तो उन्हे अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को बाईपास के बारे में पत्र लिखा गया था लेकिन उसका कोई जवाब ही नही आया।
अरोड़ा ने कहा कि मजेदार बात तो यह है कि मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि बाईपास जल्द बनेगा जबकि 2041 के मास्टर प्लान में प्रस्तावित बाईपास को कहीं भी दर्शाया नही गया है। अरोड़ा ने यह भी मांग की कि 2041 के मास्टर प्लान में थानेसर विस क्षेत्र के आस-पास के गांव को भी आर-जोन में शामिल किया जाए।
उन्होने कहा कि आबादी दिन प्रतिदिन बढ रही है। शहर के चारों ओर रिंग रोड़ होना चाहिए और यह रिंग रोड़ जिस स्थान पर प्रस्तावित है वहां से बदलकर दूर अन्य स्थान पर प्रस्तावित किया जाए। पत्रकार वार्ता में अशोक अरोड़ा ने पत्रकारों को मास्टर प्लान की प्रति दिखाते हुए बताया कि किस प्रकार से थानेसर के आस पास के गांव के बीच से आबादी के बीच से रिंग को रोड़ बनाई जानी प्रस्तावित है।