नई दिल्ली/समृद्धि पराशर: आपातकाल की 48वीं बरसी पर पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने इमरजेंसी के दिनों को याद किया। गृह मंत्री अमित शाह ने इमरजेंसी को याद करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। अमित शाह ने कहा कि 1975 में एक परिवार ने अपने हाथ से सत्ता निकलने के डर से जनता के अधिकारों को छीन व लोकतंत्र की हत्या कर देश पर आपातकाल थोपा था।
आपातकाल की 48वीं बरसी पर पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने इमरजेंसी के दिनों को याद किया। गृह मंत्री अमित शाह ने इमरजेंसी को याद करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने आपातकाल को कभी न मिटने वाला कलंक बताया है।
कभी न मिटने वाला कलंक है आपातकाल- अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज ही के दिन 1975 में एक परिवार ने अपने हाथ से सत्ता निकलने के डर से जनता के अधिकारों को छीन व लोकतंत्र की हत्या कर देश पर आपातकाल थोपा था। अपने सत्ता-स्वार्थ के लिए लगाया गया आपातकाल, कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता का प्रतीक और कभी न मिटने वाला कलंक है। उस कठिन समय में अनेक यातनाएं सहकर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए लाखों लोगों ने संघर्ष किया। मैं उन सभी देशभक्तों को दिल से नमन करता हूं।
कांग्रेस ने की थी लोकतंत्र की हत्या- अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अहंकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। असंख्य सत्याग्रहियों को रातों-रात जेल की सलाखों की कालकोठरी में कैदकर प्रेस पर ताले जड़ दिए। नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया।
उल्लेखनीय है कि भारत में 25 जून 1975 की रात को आपातकाल लगाने की घोषणा की गई थी, जिसके तहत नागरिक स्वतंत्रता को निलंबित कर दिया गया था और प्रेस पर कई प्रतिबंध लागू किए गए थे। उस समय केंद्र में इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। आपातकाल को 21 मार्च 1977 को हटा लिया गया था।