नई दिल्ली/समृद्धि पराशर: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मणिपुर के जमीनी हालात के बारे में अमित शाह को जानकारी दी। सीएम ने कहा कि गृह मंत्री ने भरोसा दिया कि राज्य में सामान्य स्थिति और शांति बहाल करने के लिए केंद्र सरकार हर संभव मदद करने के लिए कदम उठाएगी।
मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मणिपुर के जमीनी हालात के बारे में अमित शाह को जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री से मिलने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अमित शाह की कड़ी निगरानी में राज्य और केंद्र सरकार पिछले सप्ताह में हिंसा को काफी हद तक नियंत्रित करने में सक्षम रही है।
हिंसा को काफी हद तक किया गया काबू
उन्होंने कहा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान मणिपुर में जमीनी स्तर पर उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी। अमित शाह की कड़ी निगरानी में राज्य और केंद्र सरकार पिछले सप्ताह में हिंसा को काफी हद तक काबू करने में सफल रही है।
केंद्र ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि गृह मंत्री ने भरोसा दिया कि राज्य में सामान्य स्थिति और शांति बहाल करने के लिए केंद्र सरकार हर संभव मदद करने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य हो रही हिंसा में 13 जून के बाद किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
अमित शाह ने की थी सर्वदलीय बैठक
उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह ने राज्य में शांति को बहाल करने की दिशा में अपने काम को और मजबूत करने की सलाह दी। मालूम हो कि इससे पहले मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर शनिवार को अमित शाह के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें उन्होंने राज्य की स्थिति के बारे में सभी राजनीतिक दलों को इसकी जानकारी दी। यह बैठक संसद भवन में करीब तीन घंटे तक चली थी।
30 जून तक इंफाल में इंटरनेट पर प्रतिबंध
मणिपुर सरकार ने राज्य में शांति बहाली और सुरक्षा की ²ष्टि से इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध और पांच दिनों तक बढ़ा दिया है। सरकारी आदेश के अनुसार दोपहर तीन बजे, 30 जून तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा। इंटरनेट पर प्रतिबंध की अवधि लगातार तीसरी बार बढ़ाई गई है। मणिपुर के डीजीपी ने एक पत्र में कहा कि घरों को जलाने की घटनाएं, गोलीबारी आदि अभी भी जारी हैं।