करनाल/समृद्धि पराशर: आम आदमी पार्टी ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति तय कर ली है। 28 से 30 जून तक हरियाणा में जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिए जाएंगे और जोनल स्तर पर प्रदर्शन कर सरकार की युवा विरोधी नीतियों की पोल खोली जाएगी। मंगलवार को आप की करनाई इकाई ने गोल्डन मोमेंटस बैंक्वेट हॉल में पे्रसवार्ता की। प्रमुख तौर पर पूर्व कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. बीके कौशिक, जिला प्रधान बलविंद्र सिंह व लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष दलविंद्र चीमा ने पत्रकारों से बातचीत कर रणनीति बताई।
प्रो. बीके कौशिक ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई को लेकर हरियाणा में त्राहिमाम मचा है। सरकार की नीतियां युवा विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हर साल साढ़े पांच हजार कर्मचारी रिटायर होते हैं, लेकिन नई भर्ती का आंकड़ा बहुत कम है। हरियाणा में आबादी के हिसाब से नौ लाख कर्मचारी होने चाहिए, लेकिन नियमित कर्मचारियों की संख्या 3,38,921 है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 1 लाख 80 हजार पद खाली पड़े हैं और खट्टर सरकार ने अप्रैल 2023 से 13 हजार पदों को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था का हाल बेहाल है, हरियाणा में आबादी के हिसाब से 10 हजार डॉक्टर होने चाहिए, लेकिन अभी प्रदेश में चार हजार ही डॉक्टर हैं। छह हजार पद खाली पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में खट्टर सरकार ने कोई भी भर्ती प्रक्रिया पूरा नहीं की है। उन्होंने खट्टर सरकार से सभी सीईटी क्वालीफाई युवाओं को परीक्षा में बैठने का मौका देने की मांग की। उन्होंने कहा कि पहले खट्टर सरकार ने सीईटी को पात्रता की परीक्षा बनाने की बात कही थी, इसलिए इसे पात्रता परीक्षा ही बनाया जाए। खट्टर सरकार ये बताने में असमर्थ है कि किस नियम के आधार पर 4 गुना का ही चयन किया जायेगा। जबकि यूपीएससी, एसएससी और अन्य परीक्षाओं में 10 गुना युवाओं को शामिल किया जाता है। उन्होंने सीएम खट्टर से एचएसएससी के अध्यक्ष को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की।
बलविंद्र सिंह ने कहा कि खट्टर सरकार 32 हजार पदों पर केवल 4 गुना सीईटी पास अभ्यार्थियों को ही मौका देना चाहती है। जो कानून और व्यवहारिक तरीके से गलत है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला राज्य आज सबसे ज्यादा बेरोजगार देने वाला राज्य बन गया है। खट्टर सरकार नौकरियां समाप्त कर रही है। खट्टर सरकार तानाशाही फैसले लागू करके प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
दलविंद्र चीमा ने कहा कि पिछले नौ साल से पूरे हरियाणा के युवा रोजगार को लेकर त्रस्त हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने युवाओं का शोषण करने का काम किया है। सीईटी के नाम पर युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट प्रदेश के साढ़े तीन लाख युवाओं ने पास किया। जबकि प्रदेश में 1 लाख 80 हजार पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं का शोषण करने के नाम पर तानाशाही फैसले थोपे जा रहे हैं। इस अवसर पर प्रो. बीके कौशिक, करनाल जिला प्रधान बलविंद्र सिंह, लोकसभा अध्यक्ष दलविंद्र चीमा, प्रदेश कोषाध्यक्ष सुनील बिंदल, प्रदेश सह सचिव रणदीप राणा, जिला सचिव संजीव मेहता व कृष्ण सैनी मौजूद रहे।