हरियाणा/भव्या नारंग: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बिश्नोई पंथ प्रवर्तक गुरु जाम्भो जी के द्वारा बताए गए 29 नियमों को सर्व समाज के लिए हितकारी बताते हुए विष्णुअवतार भगवान श्री कृष्ण व गुरु जम्भेश्वर के जन्मोत्सव के मौके पर प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं दी है। उन्होंने बिश्नोई समाज को विश्व का सबसे बड़ा जीव प्रेमी व पर्यावरण संरक्षक बताया। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गुरु जाम्भो जी के द्वारा सैंकड़ों वर्ष पहले बताए गए पर्यावरण संरक्षण को अपनाने की आज के भौतिकवादी युग मे हर एक को आवश्यकता है। बिना पर्यावरण की रक्षा किये पृथ्वी पर मानव जीवन बड़ा कठिन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब वे हिसार लोकसभा से सांसद चुने गए और इस लोकसभा में बिश्नोई समुदाय भी काफी संख्या में रहता है तो एक सांसद के तौर पर बिश्नोई संस्कृति से प्रत्यक्ष तौर पर रूबरू होने का अवसर मिला। इसके अलावा उनके पुरखों का गांव भी नोखा (राजस्थान) है, जो कि गुरु जम्भेश्वर के समाधि स्थल मुकाम के नजदीक है। उनका अक्सर वँहा जाना होता है तो उन्हें भी पवित्र धर्मस्थली मुकाम में जाने का सौभाग्य मिला है।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गुरु जाम्भो जी के द्वारा बताए गए ‘जीव दया पालनी’ और ‘सिर सांटे रूंख रहे तो भी सस्तो जांण’ आज के युग मे सबसे ज्यादा प्रासंगिक है। समाज के हर व्यक्ति को इसे अपनाते हुए प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा करनी चाहिए ताकि पूरी मानव जाति सहित पृथ्वी के हर जीव की रक्षा हो सकेगी।

उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज मे गुरु जम्भेश्वर भगवान द्वारा बताए गए नियमो का विशेष प्रभाव चला आ रहा है तभी खेजड़ली में पेड़ो की रक्षा के लिये 363 बिश्नोईयों के महाबलिदान से लेकर आज तक पेड़ो व वन्य जीवों की रक्षा के लिये बलिदान देने वालो के अनेक उदाहरण है। उन्होंने समाज के युवाओं से आह्वान किया कि वे जीव रक्षा व पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ नशे के रोकथाम के लिए भी कार्य करें ताकि समाज मे फैल रही नशे की कुरीति को जड़मूल से खत्म किया जा सके।

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