हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने अपने कार्यालय में पत्रकारों द्वारा कृषि डीएपी एवं यूरिया खाद को लेकर पूछे गए प्रश्रों का जवाब देते हुए बताया कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार हमेशा किसान हितैषी रही है और उनका भी यही प्रयास रहा है कि किसानों को खाद इत्यादि में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि वे किसानों से बातचीत करते रहते हैं और जहां पर खाद आदि की जरूरत होती है तो वे प्रशासन के अधिकारियों को किसानों के लिए उपलब्ध करवाने के निर्देश भी देते रहते हैं। प्रदेश में वर्तमान में खाद की कोई कमी नहीं है।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि डीएपी खाद विदेश  से आयात किया जाता है और प्रतिदिन ट्रेन के माध्यम से आए प्रदेश में विभिन्न जिलों में डीएपी के साथ-साथ यूरिया खाद वितरित किया जाता है।  उन्होंने बताया कि खाद की डिमांड को देखते हुए सोसाइटियों एवं प्राइवेट खाद एजेंसियों पर खाद का स्टॉक भी रखना पड़ता है ताकि जब भी किसानों को खाद की जरूरत पड़ती है तो आसानी से किसानों को खाद उपलब्ध करवाया जा सकेे। उन्होंने बताया कि 16 जुलाई को डीएपी खाद की ट्रेन रोहतक में आई है, जहां से डीएपी खाद झज्जर, पलवल, गुरूग्राम, फरीदाबाद व मेवात में वितरित किया जाएगा। इसी प्रकार 17 जुलाई को हिसार में ट्रेन के माध्यम से खाद पहुंचाया जाएगा जहां से यह खाद फतेहाबाद, भिवानी, सिरसा तथा 18 को करनाल, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, अम्बाला, कुरुक्षेत्र तथा आगे भी प्रदेश के अन्य जिलों में प्रतिदिन ट्रेन के माध्यम से खाद पहुंचाया जा रहा है, जहां से उसे जरूरत के अनुसार वितरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में स्थित कोऑपरेटिव सोसाइटीयों में खाद उपलब्ध रहेगा, जहां से किसान खाद ले सकता है। उन्होंने कहा कि खाद के लिए सोसाइटी बेहतर जगह होती है और किसान को आसानी से यहां से खाद प्राप्त होता है।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि सरकार द्वारा पहले सोसाइटी में 40 प्रतिशत खाद दिया जाता था और 60 प्रतिशत प्राईवेट खाद एजेंसियों को दिया जाता था, लेकिन अब सरकार ने सोसाइटीज में यह अनुपात को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है ताकि गांव के किसान को खाद के लिए बाहर न जाना पड़े। उन्होंने बताया कि  यदि कोई किसान सोसाइटी से खाद लेगा और उस खाद के पैसे को 6 महीने के अन्दर-अन्दर वापिस करता है, तो उस किसान से खाद की रकम का कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा। उन्होंने पत्रकारों द्वारा खाद की कालाबाजारी पर पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि सरकार की खाद के प्रति होने वाली कालाबाजारी पर कड़ी नजर रहती है और कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्यवाही भी की जाती है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों के बाद ऑनलाइन खाद की बिक्री शुरू हो जाएगी और किसान कहीं से भी खाद प्राप्त कर सकता है। किसान द्वारा पोर्टल पर दी गई जमीन के हिसाब से खाद उपलब्ध करवाया जाएगा।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को खाद-बीज इत्यादि में किसी भी प्रकार की दिक्कत  नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *