हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने बुधवार को ढाकवाला गुजरान और लालूपुरा गांव में यमुना तटबंधों का दौरा किया। भारी बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण उत्पन्न हालात का जायजा लिया।
उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में बताया। साथ ही अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने और मशीनरी व लेबर को तैयार रखने के निर्देश दिए। जिन स्थानों पर थोड़ा बहुत कटाव हुआ है वहां के लिए बारिश सीजन खत्म होने के बाद भविष्य के लिए योजना बनाने और इस बारे में ग्रामीणों से भी सुझाव लेने के निर्देश दिए।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि इस बार पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली में पिछले सालों के मुकाबले अधिक बारिश हुई है।
कई स्थानों पर जलभराव के कारण स्थिति गंभीर है। पहाड़ों पर बारिश के कारण बांध पानी से लबालब हो गए हैं और उनसे पानी छोड़ने के कारण नदियों में भी जलस्तर में इजाफा हुआ है। लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में है।
विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि कुछ स्थानों पर यमुना के तेज बहाव के कारण कटाव जरूर हुआ है लेकिन तटबंध सुरक्षित हैं। पिछले दो सालों में बाढ़ सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों का फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों बाढ़ बचाव के लिए किए गए कार्य संतोषजनक हैं। जहां स्टड लगे थे वहां इस बार बचाव हुआ है। उन्होंने प्रशासन व संबंधित विभाग के अधिकारियों को पूरी तरह चौकस रहने और मशीनरी व लेबर को तैयार रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए हैं कि अगले साल के लिए भी बारिश का सीजन खत्म होने के बाद बाढ़ से बचाव की योजना तैयार की जाए और इसके लिए ग्रामीणों से भी सुझाव लिए जाएं। उनका मानना है कि ग्रामीणों की तरफ से आए सुझाव कारगर साबित होते हैं।
एक सवाल के जवाब में विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब व जम्मू कश्मीर के बाढ़ पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद की जो घोषणा की गई है उसकी वे सराहना करते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और मौसम परिवर्तन के असर के कारण कहीं बादल फट रहे हैं, कहीं सूखा पड़ रहा है तो कहीं बारिश अधिक हो रही है। ये सब भविष्य की चुनौतियां हैं। ऐसी चुनौतियों को पार पाने के लिए हमें सीमाओं में नहीं बंधना चाहिए। प्राकृतिक आपदाओं का मिलकर सामना करना है।