घरौंडा में बरसत के खरीद केंद्र में कांटों की चेकिंग के लिए पहुंची भारतीय किसान यूनियन की टीम के साथ आढ़तियों की तीखी नोंकझोंक की। आढ़तियों ने न सिर्फ यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी की गई, बल्कि आढ़तियों द्वारा अनावश्यक दबाव भी बनाने का प्रयास किया गया। भाकियू ने किसी तरह का दबाव सहन नहीं किया और शांतिपूर्वक तरीके से पहले से तौली गई गेहूं की बोरियों को तुलवाया गया। भाकियू की माने तो तुलवाई के दौरान 200 से 700 ग्राम गेहूं ज्यादा पाया गया। जब यूनियन ने सवाल किया तो आढ़तियों ने जवाब दिया कि यहां तो इतना ही तोला जाएगा। कुछ आढ़ती तो ऐसे नजर आए, हमारी गेहूं है और चाहे हम 200 ग्राम ज्यादा तुलवाये या फिर एक किलो ज्यादा तुलवाए। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष ने तुरंत पूरा मामला मार्किट कमेटी के अधिकारियों के संज्ञान में लाया और मार्किट कमेटी सचिव से मुलाकात की और बरसत परचेज सेंटर की स्थिति से अवगत करवाया। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने मामले की शिकायत जिला उपायुक्त को भी की है।

शुक्रवार को भाकियू की टीम प्रदेश अध्यक्ष रतन मान के नेतृत्व में बरसत के खरीद सेंटर पर गेहूं के कांटों की चेकिंग करने के लिए पहुंची। जैसे ही टीम ने दो-तीन ढेरियों की बोरियों का वजन चेक करने के बाद चौथी बोरी को तोलना चाहा तो आढ़ती भी वहां पर पहुंच गए। चूंकि यहां पर गड़बड़ी थी इसलिए आढ़तियों ने ढंग से कोपरेट नहीं किया। प्रदेश अध्यक्ष रतनमान का कहना है कि जब तुलवाई के लिए कांटे मंगवाए गए तो मजदूर कांटे के बाट लेकर गायब हो गए। बार-बार बुलाने पर भी कोई नहीं आया। एक ढेरी पर की बोरियों को चेक करना चाहा तो आढ़ती ने आपत्ति की और कहा कि उसकी बोरियों में चाहे 100 ग्राम ज्यादा हो या फिर 1 किलो ज्यादा हो, वह वजन नहीं होने देगा। इसके बाद वहां पर आढ़तियों ने नोंकझोंक की और बदसलूकी पर उतारू हो गए। उन्होंने बताया कि भाकियू की टीम ने संयम बनाए रखा और मामले को शांत करवाया।

प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बरसत के परचेज सेंटर कें 200 ग्राम से 700 ग्राम तक गेहूं ज्यादा पाई गई है। कट्टो की तुलवाई न हो, इसके लिए अनावश्यक दबाव बनाने की कोशिश की गई। परचेज सेंटर पर कुछ भी ठीक नहीं है। किसानों के साथ लूट हो रही है। सरकारी बोरियों में ज्यादा अनाज नहीं भरा जा सकता। उन्होंने कहा कि मंडियों में कट और काट का खेल चलता है और यह परचेज सेंटर पर भी साबित हो चुका है और सरकार से अनुरोध है कि कट काट के खेल को बंद किया जाए ताकि न तो आढ़ती का नुकसान हो और न ही किसान का नुकसान हो। यह सीधे तौर पर शासन और प्रशासन की अव्यवस्था है। जिसकी वजह से आढ़ती भी परेशान दिखाई दिए और तोल भी खराब पाया गया। यह सारी रिपोर्ट जिला उपायुक्त को सौंपी जाएगी। इस मौके पर जिला अध्यक्ष सुरेंद्र घुम्मन, घरौंडा के ब्लॉक प्रधान धनेत्तर राणा, घरौंडा के वाइस प्रधान राम दुरेजा व अन्य मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *