पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा एकबार फिर करनाल में किसानों और आढ़तियों के बीच उनकी समस्याएं सुनने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जब वो पिछली बार आए थे तब भी किसानों की यही शिकायत थी और आज भी वहीं शिकायत है। सरकार एमएसपी पर खरीद ना करके किसानों के साथ लूट कर रही है। किसानों के साथ हर बार फसल खरीद में लूट और घोटाला होता है। इस बार भी धान की खरीद में करनाल में बड़ा घोटाला उजागर हुआ, लेकिन बड़े मगरमच्छों पर कार्रवाई करने के बजाय सरकार ने मामले में एक छोटे कर्मचारी पर कार्रवाई करके बड़े घोटाले को दबा दिया।
जबकि सच्चाई ये है कि यह घोटाला सिर्फ करनाल तक सीमित नहीं है, पूरे हरियाणा में सैंकड़ों करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार में पहले भी हरियाणा में सैकड़ों-हजारों करोड़ के खनन, शराब और अन्य घोटाले हो चुके हैं, जिनकी जांच के लिए SIT तो बनाई गई, लेकिन कभी उनकी जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई। किसानों को MSP से 500 से 800 रुपये कम रेट दिया जा रहा है। फसल न खरीदने के रोज नए बहाने ढूंढे जाते हैं और किसानों की फसल को औने-पौने दामों पर खरीदा जाता है। धान, बाजरा, कपास, मूंग समेत हर फसल को MSP से कम रेट पर खरीदकर किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जब तक किसी प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर नहीं होगी, तब तक वह तरक्की नहीं कर सकता। इसका साक्षात उदाहरण आज हमारे सामने है। हरियाणा में करीब 60 संगठित अपराधिक गैंग सक्रिय हैं। कानून-व्यवस्था का पूरी तरह दिवाला निकल चुका है। उनके डर से हरियाणा में कोई भी निवेश करने को तैयार नहीं है, जो बेरोजगारी की बड़ी वजह है।
बीजेपी सरकार द्वारा फैलाई गई भयंकर बेरोजगारी के चलते हरियाणा के हजारों परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं। अमेरिका से लगातार अवैध प्रवासियों को बेइज्जत करके निष्कासित किया जा रहा है, जिनमें सबसे ज्यादा संख्या हरियाणा के उन युवाओं की है। ये युवा बेरोजगारी से त्रस्त होकर अमेरिका गए थे। वहां जाने के लिए इन्होंने अपनी जमीन-जायदाद और घर तक बेच डाला था। प्रत्येक युवा ने अमेरिका पहुंचने के लिए 50 से 60 लाख रुपये तक खर्च किए थे, लेकिन अब उन्हें अचानक वापस भेज दिया जा रहा है। इसके चलते हजारों परिवार पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं और कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव के समय वोट लेने के लिए बीजेपी ने जमकर झूठे वादे किए। लाखों लोगों के BPL कार्ड बनाए गए, कौशल रोजगार निगम कर्मियों को पक्का करने का वादा किया गया और दो लाख नौकरियां देने की घोषणा की गई। जबकि इनमें से बीजेपी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। उल्टा कौशल कर्मियों को नौकरी से निकाला जा रहा है और गरीबों के राशन कार्ड काटे जा रहे हैं। महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा भी झूठा साबित हुआ। चुनाव में 85 लाख महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा करके बीजेपी अब गिनी चुनी लाभार्थियों को राशि देकर अपनी घोषणा से पल्ला झाड़ रही है।
