हरियाणा गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा ने कहा कि नए तीन आपराधिक कानूनों को पूर्णत लागू करने वाला हरियाणा देश का पहल राज्य है। इन तीन नए कानूनों में सकारात्मक परिणामों को दर्शाती एक भव्य एवं वैभवशाली प्रदर्शनी का आयोजन 3 अक्टूबर को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मेला क्षेत्र में लगाई जा रही है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा सोमवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मेला क्षेत्र में 3 अक्टूबर के कार्यक्रमों को लेकर चल रही तैयारियों का जायजा लेने के उपरांत अधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दे रही थी। इससे पहले एसीएस डा. सुमिता मिश्रा ने केडीबी के सभागार में अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा को निर्देश दिए कि 3 अक्टूबर की प्रदर्शनी को लेकर सभी तैयारियां समय रहते पूरी की जाए। इस प्रदर्शनी में लगने वाले 10 स्टॉल का सारा कार्य जल्द पूरा किया जाए। इसके साथ ही मुख्य कार्यक्रम स्थल पर एचसीएस स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति की जाए ताकि इस कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल को निर्देश देते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाए। इस कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था बनाएं रखने और लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो, इसको लेकर एचपीएस स्तर के अधिकारियों की डयुटी लगाई जाए और ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष फोकस रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह महत्वपूर्ण प्रदर्शनी 4-5 दिनों तक चलेगी, जिसे अधिवक्ता, छात्र, अभिभावक और आम नागरिक शामिल होकर आपराधिक न्याय प्रणाली में हुए बदलावों को समझ सके।
उन्होंने कहा कि नए कानून से हुए परिवर्तन और उपलब्धियों को प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें 7 अलग-अलग विभागों की भूमिका को भी दर्शाया जाएगा। इस प्रदर्शनी को 10 भागों में विभाजित किया गया है। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रुम में सूचना मिलने संबंधी प्रक्रिया होगी, सीन ऑफ क्राइम में घटना का परीक्षण दर्शाया जाएगा। इसी तरह अस्पताल में पोस्टमार्टम व इमरजेंसी की स्थिति दिखाई जाएगी, सीएफएसएल में रिपोर्ट तैयार की प्रक्रिया समझाई जाएगी।
एसीएस ने कहा कि पुलिस स्टेशन में काम करने का तरीका बताया जाएगा, लीगल एड के तहत आरोप पत्र तैयार करने के नियम होंगे। इसी तरह जेल से दया याचिका तथा कोर्ट में न्यायिक फैसला होगा। इसके बाद पॉलिसी स्कीम और अंत में नए न्याय संहिता कानूनी जस्टिस की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नए कानूनों पर व्याख्यान और पैनल चर्चा का आयोजन किया जाए, जिसमें कानूनी विशेषज्ञों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में वास्तविक जीवन के उदाहरणों को भी प्रदर्शित किया जाना चाहिए जहां इन कानूनों के लागू होने के बाद जघन्य अपराधों का अति शीघ्र समाधान किया गया हो। इससे लोगों को इन सुधारों के सकारात्मक प्रभाव को देखने में मदद मिलेगी। इस प्रदर्शनी का प्राथमिक उद्देश्य भारतीय न्याय संहिता, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 के माध्यम से भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों के बारे में नागरिकों को जागरूक और शिक्षित करना है।
आईजी अंबाला रेंज पंकज नैन ने कहा कि 3 अक्टूबर के कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी की जा रही है, किसी भी स्तर पर कोई कमी ना रहे इसके लिए सम्बन्धित अधिकारी और एजेंसी से लगातार फीडबैक ली जा रही है। इस फीडबैक के साथ-साथ जहां कमी नजर आ रही है उसे तुरंत दुरुस्त किया जा रहा है।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि प्रशासन ने कार्यक्रम के लिए अधिकारियों को कामों की जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, जो अपनी-अपनी डयूटी को निभा रहे हैं। समय पर सभी तैयारियों को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में दूसरे जिलों से करीब 450 बसों से नागरिकों, कर्मचारियों व अन्य लोगों को पहुंचना है। बसों के पार्किंग की पुलिस द्वारा व्यवस्था की जानी है।
