हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने आज कांग्रेस  को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “इंदिरा गांधी के समय पर जितना नुकसान देश का किसी ने नहीं किया। सीजफायर के बाद विपक्ष द्वारा विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर भी अनिल विज ने विपक्ष को साफ संदेश में कहा कि जो सिक्रेट बातें है, वहां उनको डिस्क्लोज नहीं किया जा सकता”।

इसके अलावा, आज भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ की मीटिंग के सवाल पर भी अनिल विज ने कहा कि “हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच अभी सीजफायर ही हुआ है लड़ाई खत्म नहीं हुई”।

विज आज मीडिया कर्मियों के द्वारा, हर कोई इंदिरा गांधी नहीं हो सकता’ भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर बिहार में सियासी संग्राम, के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

कांग्रेस द्वारा लगाए गए पोस्टर के बारे में श्री अनिल विज ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “इंदिरा गांधी जब इस देश की प्रधानमंत्री थी तो उससे ज्यादा नुकसान इस देश का किसी ने नहीं किया।

उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि उन्होंने इमरजेंसी लगाई कोई बात नहीं, लेकिन शिमला समझौता के लिए उन्हें (इंदिरा गांधी) कभी माफ नहीं किया जा सकता”। उन्होंने कहा कि हमें उस वक्त मांग रखनी चाहिए थी कि हमारा पीओके हमे दे दो, तो अपने आप लड़ाई खत्म हो जाएगी”।

विज ने स्मरण करवाते हुए कहा कि “उस समय हमने 13 हजार एकड़ जमीन कब्जा की थी वो भी उनको मुफ्त में दे दी। उन्होंने जोश में आते हुए कहा कि तब उससे अच्छा तो मौका हो ही नहीं सकता था क्योंकि हमारे पास 93 हजार युद्ध बंदी थे। उन्होंने कहा कि जो लड़ाई सेना ने मैदान में जीती,वो लड़ाई इंदिरा गांधी ने टेबल पर हार दी”।

सीजफायर के बाद विपक्ष विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहा है, के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अनिल विज ने प्रश्न खड़ा करते हुए कहा कि “सत्र बुलाकर क्या करेंगे। हालांकि सत्र बुलाएं, उनका अधिकार है लेकिन क्या सोच सकते है कि ये जो सिक्रेट बातें है उनको वहां डिस्क्लोज किया जा सकता है कि कहां कहां पर क्या हुआ है”?।

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