थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा ने कहा कि नगर परिषद हाउस की बैठक में आज उन पर किया गया जानलेवा हमला देश के लोकतंत्र पर हमला है और लोकतंत्र के इतिहास में काला दिन है। अशोक अरोड़ा केडीबी रोड स्थित अपने कार्यालय पर पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे। उन्होंने जानकारी दी कि आज वह नप हाउस की बैठक में भाग लेने के लिए निर्धारित समय सायं तीन बजे पहुंचे। उन्होंने देखा कि हाउस में पार्षदों के अलावा सत्ता पक्ष से संबंधित अनेक आउटसाइडर्स बैठे हुए थे। बैठक शुरु होते ही उन्होंने नप के कार्यकारी अधिकारी से पूछा कि उन द्वारा 22 मई को जारी आदेश के अनुसार हाउस की बैठक में केवल पार्षद ही बैठ सकते है। फिर इस बैठक में आउससाइडर्स क्यों बैठे हुए है। इससे पहले कि कार्यकारी अधिकारी कुछ जवाब देते वहां पर बैठे कुछ बाहरी व्यक्तियों ने उनके साथ गाली गलौच शुरू कर दिया और उन पर जानलेवा हमला किया। मीटिंग हाल में हो रहे शोर-शराबे को सुनकर बाहर खड़ा उनका सुरक्षा कर्मी अंदर आया और जब सुरक्षा कर्मी ने उन्हें बचाने का प्रयास किया तो इन बाहरी लोगों ने सुरक्षाकर्मी पर भी हमला कर दिया और उसकी डयूटी में बाधा डाली। उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर किया गया जानलेवा हमला एक सुनयोजित साजिश के तहत किया गया। मीडिया इन अवांछित तत्वों की गुंडागर्दी न दिखा सके इसलिए नप द्वारा हाउस की मीडिया कवरेज पर भी पाबंदी का आदेश जारी किया गया था।
अरोड़ा ने कहा कि नगर परिषद पर पिछले लगभग 20 वर्षोे से काबिज नेता नही चाहते कि उनके घोटालों की चर्चा वह हाउस की बैठक में उठाए। पिछले कुछ दिनों से नप में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे उन्होंने उठाए है। दो दिन में कुछ ठेकेदारों ने नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोली है। नगर परिषद में हुए पिछले कई सालों के भ्रष्टाचार के मुददे दबाने के लिए ही उन पर जानलेवा हमला किया गया। उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी एसपी कुरुक्षेत्र को दे दी गई है व विधानसभा अध्यक्ष, हरियाणा के महामहिम राज्यपाल से मिलकर सारी घटना की जानकारी देंगे और मुख्यमंत्री से मिलकर इस प्रकार की गुंडागर्दी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेंगे। अरोड़ा ने कहा कि उन्होंने सारी घटना की जानकारी कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व को दे दी है। यदि कुरुक्षेत्र पुलिस ने तीन दिन के अंदर उन पर जानलेवा हमला करने वालों के विरुद्ध कोई कानूनी कार्रवाई नही की तो वह अपने साथियों से विचार विमर्श करके आगामी रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर सहन नही की जाएगी। वे थानेसर हलके की जनता की आवाज उठाने से पीछे नही हटेंगे।
