करनाल/समृद्धि पराशर: सामाजिक चिकित्सक महासंघ ने रविवार को दूसरे दिन जिला सचिवालय के सामने धरना दिया। अध्यक्षता महासंघ के करनाल जिला प्रधान श्रीचंद तंवर ने की। खास बात यह रही कि कि पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने चिकित्सकों का समर्थन करने पहुंची। सुमिता सिंह ने कहा कि सरकार को मेडिकल प्रेक्टिनशनर की मांगों पर ध्यान देना चाहिए। लंबे समय से गली मोहल्लों में जनता को सस्ता इलाज उपलब्ध करवा रहे हैं। आम आदमी के लिए यही डाक्टर भगवान होते हैं। सुमिता सिंह ने कहा कि सरकार मेडिकल प्रेक्टिनशर को प्राथमिक उपचार देने की अनुमति प्रदान करे। योजना बनाकर सरकार इन्हें ट्रेनिंग भी दिलवा सकती है।
इधर महासंघ के नेताओं ने मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि 2004 से पारित स्वास्थ्य देखरेख कर्मकार विधेयक में संशोधन करके प्रदेश के सभी चिकित्सकों को बिना भेदभाव के प्राथमिक उपचार करने की अनमुति दी जाए। चिकित्सकों पर जो मुकदमे दर्ज हुए हैं उन्हें वापस लिया जाए। सीएम विंडो में आने वाली फर्जी शिकायतों को आधार बनाकर चिकित्सकों पर कार्रवाई करना अन्याय है।
मामले की जांच करते समय चिकित्सक को भी नोटिस देकर उसका पक्ष सुना जाए। जिला प्रधान श्रीचंद तंवर ने कहा कि प्रदेशभर में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा जनता के लिए चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मेडिकल प्रेक्टिनशलस घर-घर जाकर बिना फीस लिए लोगों को प्राथमिक उपचार देते हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। इस अवसर पर प्रधान डा. श्रीचंद तंवर, डा. सुरिंद्र, डा. प्रवेज, डा. बिट्ू, डा. सत्यवान चोचड़ा, डा. संजय कमालपुर, डा. विजय संगोई, डा. रघुबीर, डा. कृष्ण, डा. रोशन शर्मा, डा. रामपाल दाहा व डा. सतबीर शर्मा आदि मौजूद रहे।